स्तन कैंसर जागरूकता चैरिटी कोप्पाफील की संस्थापक क्रिस हालेंगा का 38 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उन्होंने इंग्लैंड के कॉर्नवाल में अपने घर पर आखिरी सांस ली। हालेंगा ने अपने जीवन के आखिरी समय तक लाखों महिलाओं को अपने स्तनों (स्तन कैंसर) की जांच करने के लिए प्रोत्साहित किया।
दरअसल, स्तन कैंसर को लेकर जागरूकता फैलाने वाली क्रिस हालेंगा को 15 साल पहले टर्मिनल स्तन कैंसर का पता चला था। एक साल से ज्यादा समय तक अपने गार्जियन से दूर रहने के बाद हालेंगा का 23 साल की उम्र में ब्रेस्ट कैंसर का इजाल हुआ था।
खुलकर जीवन जीती थीं हालेंगा
क्रिस हालेंगा के मित्र और लेखक फर्ने कॉटन ने उनके निधन पर कहा, "जितना मैंने किसी को जीवित देखा है, वह उससे कहीं अधिक जिंदगी जीती थीं।"युवाओं को स्तन कैंसर के बारे में शिक्षित करता है कोप्पाफील
बता दें कि कोप्पाफील मिशन युवाओं को स्तन कैंसर के बारे में शिक्षित करता है। संस्था की जागरूकता की वजह से कई युवाओं को दोबारा अपनी सामान्य जिंदगी जीने में मदद मिली।कैंसर के साथ भी जीवन को पूरी तरह से जीना संभव
चैरिटी कोप्पाफील ने सोमवार को हालेंगा की मौत की पुष्टि करते हुए कहा, "क्रिस ने जीवन को बेहद रचनात्मक, मजेदार और निडर तरीके से जिया और हमें दिखाया कि कैंसर के साथ भी जीवन को पूरी तरह से जीना संभव है।"
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