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दूसरे ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन किया तो पकड़ लेगा एआई

  • परिवहन विभाग जल्द ही लागू करेगा नया सिस्टम
  • अन्य राज्यों के साथ प्रदेश में भी ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए आते हैं आवेदन
भोपाल । एक ही आवेदक एक या एक से ज्यादा ड्राइविंग लाइसेंस बनवा ले, अब ऐसा संभव नहीं हो सकेगा। मप्र का निवासी यदि किसी अन्य राज्य से ड्राइविंग लाइसेंस बनवा चुका होगा तो मप्र परिवहन विभाग उसे आर्टिफिशियल इंटलेलिजेंस की मदद से ट्रैक कर लेगा। आधार कार्ड के जरिए आवेदक की पूरी डिटेल नाम, पिता का नाम व पता सब पता चल जाएगा। ड्राइविंग लाइसेंस को पहचान पत्र के लिए रूप में दुरुपयोग करने की घटनाओं पर भी रोक लग सकेगी। ऐसे में परिवहन विभाग का सॉफ्टवेयर दूसरे राज्य में आवेदक का डीएल होने पर आटोमेटेड जानकारी संबंधित जिले के जिला परिवहन अधिकारी को भेज देगा। इसके बाद परिवहन अधिकारी के निर्णय के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। परिवहन विभाग की आईटी टीम इसको लेकर काम कर रही है और जल्द ही यह सिस्टम लागू होने वाला है।

केंद्रीय सडक़ परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के सारथी पोर्टल पर ड्राइविंग लाइसेंस के लिए ऑनलाइन विकल्प मिलता है। आमतौर पर सारथी पोर्टल पर भी पूरा डेटा आनलाइन होने के कारण जानकारियों का परीक्षण किया जाता है। अब ऑनलाइन ड्राइविंग लाइसेंस में आधार के उपयोग होने पर सारथी पोर्टल पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक आधार से पूरा परीक्षण करेगी, जिससे एक ही आवेदक को खोजा जा सकेगा। एआई तकनीक को लेकर प्रदेश में काम किया जा रहा है दूसरे राज्य इस आधार पर काम करेगें या नहीं यह उन राज्यों का परिवहन विभाग तय करेगा।

ऐसे एआई से होगी जांच





ऑनलाइन ड्राइविंग लाइसेंस के लिए ऑनलाइन आवेदन करने पर आधार कार्ड में आवेदक का फोटो और पूरी डिटेल को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से मैच किया जाएगा, सबसे पहले फोटो महत्वपूर्ण होगा,जो आधार कार्ड में मौजूद होगा। आवेदक जैसा फोटो किसी और राज्य के डेटा में तो नहीं है, यह सर्च किया जाएगा। मप्र के अलावा दूसरे राज्य में एक ही जानकारी वाले आवेदक के साथ प्रदेश के सभी जिलों व जिस जिले से आवेदन हो रहा है वहां भी कोई समान डिटेल वाला आवेदक तो नहीं, यह पता चलेगा। अगर दो आवेदक मिलते हैं तो पूर्व के आवेदक और वर्तमान आवेदक दोनों की जानकारी संबंधित जिले के आरटीओ तक पहुंचेगी। इसके बाद आरटीओ कोई एक निरस्त करेंगे एक स्वीकृत होगा।

इनका कहना है

एक बार लाइसेंस बनवाने के बाद दूसरी बार आवेदन होने पर परिवहन विभाग का सिस्टम उसे पकड़ लेगा। सारथी पोर्टल में अब आनलाइन ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन होने पर एआइ के जरिए पूरी जानकारी का परीक्षण हो जाएगा। इसको लेकर काम किया जा रहा है।

उमेश जोगा, अपर आयुक्त, परिवहन विभाग, मप्र

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