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खुशी टाइम्स\छिंदवाड़ा। मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में आदिवासी युवती का अपहरण कर बंधक बनाकर सामूहिक दुष्कर्म करने की घटना सामने आई है। पीड़िता ने गुरुवार को आपबीती सुनाई। उसने आरोप लगाया कि एक जून को उसका अपहरण किया गया।जबरन शादी कराकर 12 दिन तक बंधक बनाए रखा। उसने सात आरोपितों पर दुष्कर्म के आरोप लगाए गए हैं। आरोपितों में मोटी अल्डक (40), शीतल अल्डक (25), सुनील कंटक (45), निरंजन ठाकरे (40), मनीषा ठाकरे (35), अंजू चंदेल (18) और एक 16 वर्षीय नाबालिग शामिल हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपितों की तलाश शुरू कर दी है।
जानकारी विस्तार से
देहात थाना छिंदवाड़ा के थाना प्रभारी जीएस राजपूत ने बताया कि एक जून को युवती गुरैया के शांति वेयर हाउस में मजदूरी करने गई थी। शाम को बाजार में सामान खरीदते समय आरोपित अंजू चंदेल ने फोन कर बुलाया और फिर मोंटी के साथ जबरन दोपहिया वाहन से गुरैया देव स्थित घर ले गए। रातभर उसे कमरे में बंद करके रखा गया। पीड़िता ने बताया कि अगले दिन आरोपित उसे मारपीट कर गाड़ी में डालकर छिंदवाड़ा के पातालेश्वर मंदिर ले गए। यहां सुनील कंटक से उसका फर्जी विवाह करवाया। इसके बाद उसे घर में बंद कर मोबाइल तक जब्त कर लिया। 13 जून की रात करीब 11 बजे युवती इमलीखेड़ा थाना क्षेत्र में मिली थी। उसके साथ दो महिलाएं और एक पुरुष भी था। उन्होंने पुलिस को बताया कि गुमशुदगी की सूचना पढ़कर उन्होंने युवती को पहचाना और थाने लेकर आए हैं। तीन दिन बाद युवती ने लिखित में शिकायत दी है कि उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया है।